इंदौर। करवा चौथ का व्रत विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। इस साल यह व्रत 1 नवंबर, बुधवार को रखा जाएगा। यह व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए भी रखा जाता है। इस व्रत को कुंवारी लड़कियां भी अपने प्रेमी या मंगेतर के लिए रख सकती हैं, जिन्हें वे अपना जीवनसाथी मानती हैं। हालांकि, सुहागिन महिलाओं के लिए इस व्रत के नियम थोड़े कठिन होते हैं। इस दिन निर्जला व्रत किया जाता है। अविवाहित लड़कियां फलाहार व्रत भी रख सकती हैं। इस दिन यदि कुछ उपाय कर लिए जाए, तो पति-पत्नी का रिश्ता हमेशा मजबूत बना रहता है।
सोलह श्रृंगार का महत्व
करवा चौथ के दिन विवाहित महिलाओं को पूजा के दौरान देवी पार्वती को सोलह श्रृंगार का सामान अवश्य चढ़ाना चाहिए। साथ ही खुद भी सोलह श्रृंगार करें। इससे आपका दांपत्य जीवन खुशियों से भरा रहता है। करवा चौथ के दिन अपने हाथ में कम से कम एक हरे रंग की चूड़ी जरूर पहनें।
करवा चौथ पर करें ये उपाय
करवा चौथ के दिन विवाहित महिलाओं को पूजा के दौरान भगवान गणेश को गुड़ का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से पति-पत्नी के रिश्ते में मधुरता बनी रहती है। साथ ही इस दिन भगवान गणेश की पूजा करें और सिद्धिविनायक मंत्रों का जाप करें। इस तरह दांपत्य जीवन में आने वाले संकटों से मुक्ति मिलती है।
करवा चौथ पर करें इन चीजों का दान
- करवा चौथ के दिन सिन्दूर, इत्र, केसर और चने की दाल का दान करना चाहिए। ऐसे में दांपत्य जीवन में खुशियां बनी रहती हैं।
- इसके अलावा भगवान गणेश की पूजा में 21 गुड़ की गोलियां बनाकर दूर्वा के साथ चढ़ाएं। इससे पति-पत्नी का रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत होता है।
इन नियमों का करें पालन
करवा चौथ के दिन सफेद या काले कपड़े पहनने से बचना चाहिए। इस दिन नारंगी, लाल, गुलाबी, पीला आदि रंग के कपड़े ही पहनें। करवा चौथ के दिन 16 श्रृंगार करें क्योंकि यह सुहाग का प्रतीक माना जाता है। साथ ही इस दिन अपने बड़ों का आशीर्वाद जरूर लें।
डिसक्लेमर
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