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करवा चौथ मुहूर्त, पूजा विधि, व्रत कथा, मंत्र, सिर्फ एक क्लिक में जानें सब कुछ

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इंदौर। बीते कुछ सालों में करवा चौथ मनाने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन रखा जाता है। विवाहित महिलाएं करवा चौथ व्रत पूरी आस्था के साथ रखती है। धार्मिक मान्यता है कि करवा चौथ करने से विवाहित महिलाओं के पति की उम्र लंबी होती है और उनका वैवाहिक जीवन भी सुखी हो जाता है।

जानें कब है करवा चौथ व्रत

पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर 2023 को रात 9.30 मिनट पर प्रारंभ होगी और इस तिथि की समाप्ति 1 नवंबर 2023 को रात 9.19 मिनट बजे होगी। ऐसे में उदया तिथि के कारण करवा चौथ व्रत 1 नवंबर 2023, बुधवार को रखा जाना उचित होगा।

करवा चौथ 2023 मुहूर्त

पौराणिक मान्यता है कि करवा चौथ के दिन विवाहित महिलाएं चौथ माता, करवा माता और भगवान गणेश की आराधना करती है। चंद्रोदय के बाद चंद्रदेव को अर्घ्य दिया जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, करवा चौथ व्रत समय सुबह 06:36 से रात 08:26 के बीच रहेगा। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05.44 से रात 07.02 के बीच रहेगा। इस दिन चंद्रोदय का सही समय रात 08:26 के करीब रहेगा।

करवा चौथ व्रत का पौराणिक महत्व

करवा चौथ के दिन विवाहित महिलाएं सूर्योदय से पहले जागकर सरगी खाकर व्रत की शुरुआत करती हैं। इस दिन महिलाएं 16 श्रृंगार के साथ तैयार होती है और शाम को छलनी से चांद देखकर और पति की आरती उतारकर व्रत खोलती हैं। पौराणिक मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए, द्रौपदी ने पांडवों के लिए करवा चौथ का व्रत किया था। इस व्रत को करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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