Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
मंदिर में शिल्पा शेट्टी के फोटो खिंचवाने पर बवाल, सेवादार और एक अधिकारी को नोटिस बाढ़ प्रभावित किसानों के खाते में ₹101 करोड़ जारी… दिवाली पर CM नीतीश कुमार की बड़ी सौगात एनसीआर में मेथ लैब का भंडाफोड़, तिहाड़ जेल वार्डन, मैक्सिकन नागरिक सहित 5 गिरफ्तार दिल्ली में आयुष्मान से बेहतर फरिश्ता, बम से उड़ाने की धमकी पर केंद्र चुप क्यों… AAP का BJP पर हमला गाजीपुर: 65 साल के बुजुर्ग ने लगाई जीत की झड़ी, सेना के पूर्व कैप्टन ने जमाया 9 मेडल पर कब्जा हिजबुल्लाह का नया चीफ बना नईम कासिम, नसरल्लाह की लेगा जगह, दोनों कर चुके हैं साथ काम चमड़े के बैग पर ट्रोल हो रही थीं जया किशोरी, अब खुद दिया ये जवाब जेपीसी की बैठक में क्या हुआ था, जिसके बाद हुई झड़प…कल्याण बनर्जी ने बताई पूरी घटना यूपी उपचुनाव: साइलेंट प्लेयर की भूमिका में कांग्रेस, सपा के लिए सियासी नफा या फिर नुकसान राजस्थान: पुलिया से टकराई बस, 11 लोगों की मौत, 20 से अधिक लोग घायल

सबसे बड़ा राशि परिवर्तन 30 अक्टूबर को, चंडाल योग खत्म होने से इन राशियों को मिलेगी राहत

13

इंदौर। साल 2023 का सबसे बड़े राशि परिवर्तन 30 अक्टूबर को होगा। राहु-केतु इस दिन एक-एक राशि पीछे हो जाएंगे। राहु मेष से मीन और केतु तुला से कन्या राशि में विराजमान होंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंडाल योग खत्म होने जातकों को राहत मिलेगी। राहु-केतु का यह गोचर करीब डेढ़ वर्ष बाद होने से ये साल का सबसे बड़ा ग्रहों का परिवर्तन है। बता दें राहु-केतु छाया ग्रह है। इन दोनों ग्रहों के कारण कालसर्प दोष, पितृ दोष, गुरु चंडाल योग और अंगारक योग बनता है, जो बेहद अशुभ होते हैं।

इन राशियों में डेढ़ वर्ष रहेंगे

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 11 अप्रैल से राहु-केतु तुला राशि में विराजमान हैं। जो डेढ़ साल बाद 30 अक्टूबर को रात्रि 8.28 बजे राशि परिवर्तन करेंगे। राहु फिलहाल मंगल के स्वामित्व वाली मेष राशि में है। केतु तुला राशि में है। राहु मीन राशि और केतु कन्या राशि में जाएंगे। दोनों ग्रहों इन राशियों में डेढ़ साल तक रहेंगे।

मेष-तुला समेत कई राशियों की दूर होगी समस्या

राहु-केतु के राशि परिवर्तन का असर 12 राशियों पर पड़ेगा। मेष और तुला समेत कुछ राशि के जातकों को मानसिक राहत मिलेगी। मेष राशि में राहु और देवगुरु बृहस्पति एक साथ थे, जो एक-दूसरे के विरोधी हैं। मेष और तुला राशि के जातक कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उन्हें 30 अक्टूबर के बाद राहत मिलेगी।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.