इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने मेडिकल पाठ्यक्रम के बैकलाग विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। एमबीबीएस फर्स्ट-थर्ड प्राफ और बीयूएमएस सेकंड-थर्ड और फोर्थ प्राफ का रिजल्ट शामिल है। दोनों पाठ्यक्रम में मिलकर 17 विद्यार्थी हैं। अकेले एमबीबीएस फर्स्ट व थर्ड प्राफ में मिलकर 13 विद्यार्थी है। जबकि बीयूएमएस में दस छात्र-छात्राएं है।
इनकी परीक्षा चार महीने पहले रखी गई थी। कापियां जांचने में शिक्षकों को काफी समय लग गया। साथ ही कालेजों ने इनकी इंटरनल परीक्षा भी अगस्त में करवाई थी। अधिकारियों के मुताबिक बीते चौंबीस घंटों में बीबीए एलएलबी, बीएससी, बीसीए सहित अन्य पाठ्यक्रम के रिजल्ट निकाले हैं।
2014 से एमबीबीएस, बीडीएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस सहित अन्य मेडिकल पाठ्यक्रम की परीक्षाएं जबलपुर मेडिकल विश्वविद्यालय में शिफ्ट हो चुकी है। मगर बैकलाग वाले विद्यार्थियों की परीक्षा देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को करवाना है। इसके चलते बरसों से इन छात्र-छात्राओं के लिए विश्वविद्यालय को परीक्षा आयोजित करना पड़ रही है। साढ़े पांच साल का पाठ्यक्रम भी अभी तक कई विद्यार्थी पूरा नहीं कर पाए हैं।
यहां तक कि कुछ विद्यार्थियों से पहला प्राफ भी क्लियर नहीं हुआ है। एमबीबीएस फर्स्ट-थर्ड प्राफ में 13 में से 8 विद्यार्थी पास हुए है। जबकि बीयूएमएस दूसरे-तीसरे और चौथे प्राफ में मिलकर चार विद्यार्थी है, जिसमें दो ही छात्र-छात्रा पास हुए है। जबकि बीसीए तीसरे-छठे सेमेस्टर का रिव्यू रिजल्ट आया है।
चालीस प्रतिशत विद्यार्थियों के अंकों में कोई बदलाव नहीं हुए है। शेष छात्र-छात्राओं के अंकों में चार से पांच नंबर बढ़े हैं। बीएससी सेकंड ईयर (पुरानी परीक्षा स्कीम) का रिव्यू रिजल्ट पांच प्रतिशत रहा है। 450 विद्यार्थियों के अंकों में कोई परिवर्तन नहीं है। बीबीए एलएलबी सेकंड सेमेस्टर, बीबीए छठे सेमेस्टर का रिजल्ट आया है। परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी का कहना है कि मई-जून के बीच सारी परीक्षाएं हुई थी।
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