भगवान गणेश प्रथम पूज्य माने जाते हैं। इस साल गणेश उत्सव की शुरुआत हो चुकी है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से भगवान गणेश घर-घर में विराजित हो जाते हैं। यह गणेश उत्सव 10 दिनों तक चलता है। गणेश उत्सव के दौरान सच्चे मन से भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाए, तो वे प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं। गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्म के रूप में मनाई जाती है। विधिवत पूजा-पाठ के साथ हर घर में बप्पा विराजित हो गए हैं। अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा को विदाई दी जाती है और अगले साल फिर आने की प्रार्थना की जाती है। आइए, जानें अनंत चतुर्दशी की सही तिथि और शुभ मुहूर्त।
गणेश विसर्जन सही तिथि और शुभ मुहूर्त
पंडित आशीष शर्मा के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि, 27 सितंबर रात 10 बजकर 18 मिनट से शुरू हो रही है, जो कि 28 सितंबर को शाम 06 बजकर 49 मिनट तक रहेगी। भगवान गणेश का विसर्जन 28 सितंबर 2023, गुरुवार के दिन किया जाएगा। बप्पा का डेढ़, तीन, पांच या सातवें भी विसर्जन किया जा सकता है।
गणेश विसर्जन महत्व
माना जाता है कि किसी भी मांगलिक कार्य की शुरुआत में भगवान गणेश की पूजा की जाए, तो उस कार्य में कोई भी बाधा नहीं आती है। इसलिए बप्पा को प्रथम पूज्य माना जाता है। गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूरी श्रद्धा-भाव के साथ उपासना करने से कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। गणेश उत्सव के दौरान भगवान गणेश 10 दिनों तक धरती लोक पर रहते हैं और भक्तों की प्रार्थना सुनते हैं।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.