राजगढ़। जिले में लगातार डेंगू सस्पेक्टेड मरीज सामने आ रहे हैं। अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग लोगों के बीमार होने के चलते मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे और सैंपलिंग का कार्य शुरू कर दिया है। सोमवार को एक महिला में डेंगू की पुष्टि होने के बाद मंगलवार को फिर से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांवों में पहुंचकर संदिग्ध 20 लोगों के सैंपल लिए हैं व जांच के लिए भोपाल भिजवाए हैं।
जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों मंडावर स्कूल में अध्ययनरत चापाखेड़ा और नून्याहेडी की दो बालिकाओं और वहां पढ़ाने वाले एक शिक्षक की मौत हो चुकी है। यह सभी बीमार थे। चापाखेड़ा की बालिका की मौत 16 अगस्त को, नून्याहेड़ी की बालिका की मौत 30 अगस्त को और शिक्षक की मौत 29 अगस्त को हुई है। हालांकि इनके सैंपल की जांच नहीं हुई थी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें डेंगू के संदिग्ध माने हैं।
25 से अधिक संदिग्धों के सैंपल लिए
इसके अलावा सोमवार को बीमार अवस्था में होने के चलते दुपाहेड़ा गांव की एक बालिका की मौत हो गई। साथ ही नून्याहेड़ी गांव की एक महिला सोमवार को डेंगू पाजिटिव आई है। इनकी मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने मंडावर, नून्याहेड़ा, दुपाहेडा जैसे गांवों में पहुंचकर 25 से अधिक संदिग्धों के सैंपल लिए थे। इसके बाद मंगलवार को टीम ने दुपाहेड़ा, बो़डा व मंडावर में पहुंचर 20 से अधिक संदिग्धों के सैंपल लिए हैं। यह सभी बीमार पाए गए हैं व सैंपल लेने के बाद जांच के लिए भोपाल भेजे हैं। अभी तक 45 से अधिक को स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू संदिग्ध माना है। स्वास्थ्य विभाग को आशंका है कि यह आंकड़ा लगातार बड़ सकता है
एडवाइजरी जारी की गई
- एक महिला में डेंगू की पुष्टि होने व बीमार अवस्था में कुछ की मौत होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। विभाग ने नागरिकों से अपील की है किघरों के आसपास एकत्रित पानी की निकासी की व्यवस्था करें।
- निकासी न हो तो जमे हुए पानी पर तेल या जला हुआ आइल डाल दें
- मलेरिया, डेंगू या चिकनगुनिया का मच्छर साफ पानी में पैदा होता है। घरों के अंदर व बाहर रखी हुई पानी की टंकी, मटके, कूलर और अन्य बर्तनों में पांच दिवस से अधिक पानी भरकर न रखें।
- पानी के बर्तनों की नियमित सफाई करते रहें
- खाना बनाने, खाने के पहले हाथ साफ पानी से साबुन से धोएं
- रात को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें
- पुराने टायर, मटके, कूलर, टंकियों आदि सामान में यदि पानी जमा हो तो उसको साफ करें
- बचाव के बाद भी यदि किसी को बुखार आता है तो स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें, उपचार कराएं व जरूरी सलाह लें।
- सब्जियों और फलों को साफ पानी से धोने के बाद उपयोग करें
- शौचालय आदि को स्वच्छ रखें
नौ चिकित्सकों की टीम बनाई, सूचना पर पहुंचेगी गांव
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से बचाव उपचार के लिए नौ चिकित्सकों की एक टीम जिले में बनाई है। जो सूचना मिलने के साथ ही तत्काल संबंधित गांवों में पहुंचेगी।
राजगढ़ में नहीं हो रही जांच
जिला अस्पताल में भी डेंगू की जांच के लिए मैक एलाइजा मशीन तो लगी हुई है, लेकिन फिलहाल वह चालू अवस्था में नहीं है। उसके काम नहीं करने के कारण सैंपलों को जांच के लिए भोपाल भेजे जा रहे हैं। ऐसे में जांच रिपोर्ट आने में भी समय लग रहा है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए अब डेंगू की उक्त जांच मशीन को ठीक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने वरिष्ठ कार्यालय को पत्र लिखते हुए ठीक करवाने की मांग भेजी है।
एक महिला में डेंगू की पुष्टि होने के बाद हमने मंगलवार को करीब 20 लोगों के सैंपल लिए हैं, जबकि इसके पहले भी 25 मरीजों के सैंपल लिए गए थे। -डा. महेंद्रपालसिंह, महामारी नियंत्रक, राजगढ़
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