भोपाल। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रह-नक्षत्रों के राशि, चाल व स्थिति में परिवर्तन बेहद विशेष होता है। इसका जीवनचक्र पर असर पड़ता है। सुख-संपत्ति, ऐश्वर्य, रोमांस और भौतिक सुख के दाता शुक्र ग्रह न सिर्फ तीन अगस्त को अस्त हुए, बल्कि सात अगस्त को अपनी राशि बदलने जा रहे हैं। इस वक्त शुक्र देव व्रकी गति से चल रहे हैं और सात अगस्त को कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस अवस्था में शुक्र एक अक्टूबर तक रहेंगे। शुक्र के अस्त होने व वक्री अवस्था में सिंह राशि में प्रवेश करने से 57 दिन तक सभी राशियों पर असर होगा। कई राशि के जातकों की मुश्किलें बढ़ेंगी।
इन्हें रहना होगा सतर्क
पंडित विष्णु राजौरिया ने बताया कि शुक्र गोचर की अवधि में कन्या राशि के जातकों को बेहद सतर्क रहना होगा। कोई भी फैसला सोच-समझकर लेना होगा। विद्यार्थियों को शिक्षा में बाधा उत्पन्न होगी। सेहत को लेकर भी सतर्क रहना होगा। शुक्र का कर्क राशि में वक्री-गोचर होने वाला है। जो कि इस राशि के लोगों के लिए अच्छा नहीं माना जा रहा है। गोचर के दौरान आर्थिक संकटों से गुजरना पड़ सकता है। परिवार में विवादों का सामना करना पड़ सकता है। निवेश करना घाटे का सौदा साबित होगा। शादीशुदा जिंदगी में तनाव रहेगा। शुक्र गोचर के दौरान सिंह राशि के जातक को काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने से बचें। सेहत को लेकर सावधान रहना होगा। शुक्र गोचर की अवधि में कुम्भ राशि के जातकों को बेहद सावधान रहना होगा। बिजनेस में आर्थिक नुकसान का संकेत है। साझेदारी वाले व्यापार में साथी से मतभेद हो सकता है। सेहत संबंधी समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है। दूसरों के साथ रिश्ते बिगड़ सकते हैं।
दो अक्टूबर को सिंह राशि में जाएंगे
पंडित रामजीवन दुबे ने बताया कि शुक्र सात अगस्त को सुबह 10:37 बजे कर्क राशि में वक्री अवस्था में गोचर करेंगे। उस समय शुक्र अस्त रहेगा। कर्क राशि में शुक्र ग्रह एक अक्टूबर रविवार तक विद्यमान रहेंगे। अगले दिन दो अक्टूबर को 01:18 बजे रात को कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश कर जाएगा। इस तरह से देखा जाए तो शुक्र कर्क राशि में 57 दिन तक विराजमान होगा। शुक्र ग्रह तीन अगस्त से 19 अगस्त को सुबह 05:21 बजे तक अस्त रहेगा और उसके बाद उसका उदय होगा।
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