Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
मंदिर में शिल्पा शेट्टी के फोटो खिंचवाने पर बवाल, सेवादार और एक अधिकारी को नोटिस बाढ़ प्रभावित किसानों के खाते में ₹101 करोड़ जारी… दिवाली पर CM नीतीश कुमार की बड़ी सौगात एनसीआर में मेथ लैब का भंडाफोड़, तिहाड़ जेल वार्डन, मैक्सिकन नागरिक सहित 5 गिरफ्तार दिल्ली में आयुष्मान से बेहतर फरिश्ता, बम से उड़ाने की धमकी पर केंद्र चुप क्यों… AAP का BJP पर हमला गाजीपुर: 65 साल के बुजुर्ग ने लगाई जीत की झड़ी, सेना के पूर्व कैप्टन ने जमाया 9 मेडल पर कब्जा हिजबुल्लाह का नया चीफ बना नईम कासिम, नसरल्लाह की लेगा जगह, दोनों कर चुके हैं साथ काम चमड़े के बैग पर ट्रोल हो रही थीं जया किशोरी, अब खुद दिया ये जवाब जेपीसी की बैठक में क्या हुआ था, जिसके बाद हुई झड़प…कल्याण बनर्जी ने बताई पूरी घटना यूपी उपचुनाव: साइलेंट प्लेयर की भूमिका में कांग्रेस, सपा के लिए सियासी नफा या फिर नुकसान राजस्थान: पुलिया से टकराई बस, 11 लोगों की मौत, 20 से अधिक लोग घायल

सबसे ताकतवर हथियार ब्रह्मास्त्र के पीछे की कहानी क्या है? परमाणु से भी ज्यादा खतरनाक

8

आज के समय में परमाणु हथियारों को सबसे विनाशकारक माना जाता है. परमाणु से खतरनाक कोई हथियार नहीं है. लेकिन एक हथियार ऐसा भी है जिसे सबसे शक्तिशाली माना गया है. ये है ब्रह्मास्त्र. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार इसे ब्रह्मा जी ने बनाया था और कहा जाता है कि ये पूरी क्षमता के साथ वार करता है और सामने वाले को पूरी तरह से परास्त कर देता है. ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मास्त्र से बचने का कोई उपाय नहीं है. इसे ब्रह्म दंड, भार्गवस्त्र और ब्रह्मशिरास्त्र के नाम से भी जाना जाता है. बता रहे हैं इस अलौकिक अस्त्र से जुड़ी खास बातें.

किसने बनाया था?

हिंदू धर्म को सबसे पुराने धर्मों में से एक माना जाता है. कहा जाता है कि ब्रह्मा जी ने सृष्टि का संचार किया. और उसके बाद उन्होंने ब्रह्मास्त्र बनाया. मान्यताओं के अनुसार उन्होंने ऐसा इसलिए किया था ताकि इंसान संसार के नियमों का पालन करे और चीजें नियंत्रण में रहें. ब्रह्मास्त्र में मंत्रों का इस्तेमाल भी होता है. इसका प्रभाव ऐसा था कि इसे आज भी दुनिया का सबसे खतरनाक अस्त्र माना जाता है. ये एक ऐसा अस्त्र है कि जो एक बार छूट गया तो वो अपने लक्ष्य को खत्म कर के ही दम लेता है. कहा जाता है कि ब्रह्मास्त्र को दुनिया में सिर्फ एक ही चीज परास्त कर सकती है. वो कुद ब्रह्मास्त्र है. मतलब कि अगर ब्रह्मास्त्र से बचना है तो उसके लिए दूसरे छोर से भी ब्रह्मास्त्र से वार होना चाहिए. तभी इसे नष्ट किया जा सकता है.

अब तक कौन चला चुका है?

कहा जाता है कि ब्रह्मास्त्र का इस्तेमाल हर इंसान नहीं कर सकता है और इससे बच पाना भी बहुत मुश्किल होता है. अब तक बहुत कम ही लोग ऐसे हैं जिन्होंने ब्रह्मास्त्र को चलाया है या जिनके पास इसे चलाने का ज्ञान था. इसे अब तक महाभारत काल में श्री कृष्ण, द्रोणाचार्य, अश्वत्थामा, कर्ण और युधिष्ठिर चलाना जानते थे. वहीं रामायण काल में इसे मेघनाद और लक्ष्मण इस्तेमाल कर सकते थे.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.