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पंजाब केसरी की खबर पर विपक्ष ने सरकार को घेरा, कांग्रेस ने किया सवाल – सोम डिस्टलरीज पर मेहरबानी.. यह रिश्ता क्या कहलाता है?

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मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शराब माफिया सोम डिस्टलरीज एंड बेवरेज के कारनामों को उजागर करती हुई पंजाब केसरी की खबर के आधार पर कांग्रेस ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। दरअसल पिछले दिनों पंजाब केसरी ने सोम डिस्टलरीज एंड बेवरेज पर सरकार के 575 करोड़ रुपए बकाया होने के बावजूद की जा रही मेहरबानियां को उजागर करती हुई एक खबर सोम डिस्टलरीज पर आखिर क्यों मेहरबान है मोहन सरकार..? प्रकाशित की थी जिसको आधार बनाकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने मोहन सरकार पर करारा हमला बोला है।

अरुण यादव ने ट्वीट कर सरकार से सवाल किया कि आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है ? अपने ट्वीट में अरुण यादव ने कहा कि सोम डिस्टलरीज़ कंपनी से MPSIDC का 575 करोड़ एवं जीएसटी के 8 करोड़ न वसूलने पर पूछा क्या सांठगांठ है। कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि अन्नदाताओं एवं आमजन की हज़ारों रुपये में कुर्की करने वाली सरकार का शराब कंपनी सोम डिस्टलरीज से क्या रिश्ता है, जो सरकार (MPSIDC) के करीब 575 करोड रुपये और जीएसटी के लगभग 8 करोड़ रुपये की वसूली नहीं कर रही है ?

अरुण यादव ने अपने ट्वीट में लिखा कि विगत दिनों सोम डिस्टलरीज के पार्टनर राधेश्याम सेन ने आत्महत्या कर गंभीर आरोप लगाए मगर कोई कार्यवाही क्यों नहीं हुई। क्या अधिकारी – नेताओं की शराब कंपनी से कोई सांठगांठ है ? साफ तौर पर जो सवाल पंजाब केसरी ने अपनी खबर में किये थे अब उन्ही सवालों को विपक्ष भी उठा रहा है। लेकिन जिस तरह की मेहरबानियां सोम डिस्टलरीज पर की जा रही हैं उससे साफ है, इन मेहरबानियों के पीछे कुछ बहुत बड़ी वजह जरूर हैं।

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