इस समय देश भर में गणेश उत्सव की धूम है। 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव का इंतजार सभी को रहता है। भगवान गणेश प्रथम पूज्य माने जाते हैं, इनकी पूजा से सभी तरह के कष्ट और बाधाएं समाप्त हो जाती हैं। गणेश चतुर्थी पर घर-घर में बप्पा की मूर्ति स्थापित की जाती है और अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन किया जाता है। माना जाता है कि बप्पा को खुशी-खुशी अपने घर से विदा करना चाहिए और उनसे अगले साल आने की प्रार्थना करनी चाहिए। आइए, जानें अनंत चतुर्दशी पर शुभ मुहूर्त कब है और किस तरह से पूजा करनी चाहिए।
गणेश विसर्जन शुभ मुहूर्त
इस साल अनंत चतुर्दशी 28 सितंबर 2023, गुरुवार के दिन है। इसी दिन भगवान गणेश की विसर्जन किया जाएगा। वैसे तो बप्पा को डेढ़, तीन, पांच और सात दिन में ही विसर्जित किया जा सकता है। इस दिन गणेश विसर्जन के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 11 मिनट से 07 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। वहीं, शाम के समय गणपति विसर्जन का शुभ मुहूर्त 04 बजकर 41 मिनट से रात 09 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। इन शुभ समय में बप्पा का विसर्जन किया जा सकता है।
गणेश विसर्जन पूजा विधि
अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन पूरे विधि-विधान से करना चाहिए। गणेश जी को लाल चंदन, लाल फूल, दूर्वा, मोदक, पान, सुपारी, धूप-दीप आदि अर्पित करना चाहिए। इसके बाद परिवार सहित बप्पा की आरती करें। इस दिन हवन करना भी शुभ होता है। संभव हो तो हवन जरूर करें। आरती के बाद बप्पा को हाथ में लड्डू की पोटली दें। लड्डू की पोटली के साथ ही उन्हें विदा करें। साथ ही गणेश जी से अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना करें और उनसे अगले साल आने की प्रार्थना करें। इसके बाद धूमधाम से खुशी-खुशी बप्पा को विसर्जित करें।
डिसक्लेमर
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