इंदौर । अगस्त में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने एमबीए प्रथम सेमेस्टर का परिणाम जारी किया था। विद्यार्थियों ने खराब मूल्यांकन का आरोप लगाया। विश्वविद्यालय ने तीन विषयों की उत्तरपुस्तिका दोबारा जंचवाई, जिसमें अकाउंट-बिजनेस एन्वायरमेंट विषय में विद्यार्थियों की कापियों में अंक नहीं बढ़े, मगर बिजनेस बिहेवियर की सैंपलिंग में काफी अंतर मिला है। उसके आधार पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने उक्त विषय की 200 और कापियों को जांचने का फैसला लिया है। छात्र-छात्राओं को दस दिनों का इंतजार करना होगा। सैंपलिंग की रिपोर्ट मिलने के बाद विद्यार्थियों की अंकसूची में बदलाव किया जाएगा।
18 अगस्त को एमबीए प्रथम सेमेस्टर का परिणाम आया। 22 फीसद छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए थे। परीक्षा में 10 हजार 300 विद्यार्थी बैठे थे। करीब ढाई हजार छात्र-छात्राएं ही सारे विषय में पास हुए हैं, बाकी सात हजार विद्यार्थी अकाउंट, बिजनेस एन्वायरमेंट और बिजनेस बिहेवियर विषय में फेल हुए। 22 अगस्त को अलग-अलग कालेजों के विद्यार्थी खराब मूल्यांकन को लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे। अधिकारियों से मिलने के बाद विश्वविद्यालय ने अकाउंट और बिजनेस एन्वायरमेंट की कापियों को दोबारा जांचने का फैसला लिया। 300-300 उत्तरपुस्तिकाओं की सैंपलिंग करवाई गई।
200 कापियों को दोबारा जंचवाएगा विश्वविद्यालय
28 अगस्त को विद्यार्थियों का एक और गुट विश्वविद्यालय पहुंचा। उन्होंने बिजनेस बिहेवियर में कम अंक दिए जाने की बात कहीं। परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी ने 100 कापियों की सैंपलिंग करवाने पर जोर दिया। सूत्रों के मुताबिक कापियों में जांचने के दौरान विद्यार्थियों के अंक में काफी अंतर मिला, जिसमें 8 से 10 अंक तक बढ़ेंगे। अब विश्वविद्यालय ने बिजनेस बिहेवियर की 200 और कापियों का मूल्यांकन करना तय किया है।
कुछ और कापियां जाचेंगे
परीक्षा नियंत्रक डा. तिवारी का कहना है कि अकाउंट और बिजनेस एन्वायरमेंट विषय की सैंपलिंग रिपोर्ट आ चुकी है। कापियों में सात से आठ विद्यार्थियों के अंकों में मामूली अंतर मिला है, जिसमें दो से तीन अंक बढ़े हैं। नियमानुसार 10 फीसद अंक का अंतर मिलने पर विद्यार्थियों की मार्क्सशीट में बदलाव किया जाता है। बिजनेस बिहेवियर विषय की कुछ और कापियां जांचेंगे।
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