बम्हनीडीह । गांव के होटल संचालक की बेटी के प्रथम प्रयास में ही डीएसपी बनने पर हर्ष है। लोगों ने उनके घर जाकर बधाई दी और फटाखे फोड़कर खुशियां जताई।बम्हनीडीह गांव के बनवारी होटल संचालक फिरत जयसवाल की बेटी सुमन जायसवाल राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में प्रथम प्रयास में ही सफलता हासिल करते हुए डीएसपी के पद पर चयनित हुईहै। उनके तीन भाई हैं जो अभी स्कूल में पढ़ रहे हैं। सुमन की प्रारंभिक शिक्षा लाल बहादुर शास्त्री उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हुई। उसने बताया की जब वह 9 वी कक्षा में थी तब ही उसने ठान लिया था कि आगे चलकर आईएएस या आईपीएस बनना है।
10 वी बोर्ड की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होने के बाद उसने गणित लेकर पढ़ाई की और 12 वी कक्षा में पूरे प्रदेश में 7 वां स्थान प्राप्त किया था । जिसके बाद उसने आगे की पढ़ा ई बिलासा गर्ल्स डिग्री कालेज बिलासपुर से की । वहां उसने बीएससी और एमएससी की पढ़ाई की। उसके बाद सिविल सेवा परीक्षा केलिए बिलासपुर के ही टूटेजा ट्यूटोरियल में प्रवेश लिया कोचिंग ली। वर्ष 2022 में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में शामिल हुई और प्रथम प्रयास में ही डीएसपी के पद पर उनका चयन हुआ।
उन्होंने इस परीक्षा में19 वां रैंक हासिल किया है। उन्होंने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने माता ममता जायसवाल, पिता फिरत राम जायसवाल व परिवार के सदस्यों और शिक्षकों को दिया है। सुमन के डीएसपी बनने से परिवार सहित गांव में हर्ष है। सुमन जायसवाल ने कहा कि सफलता का कोई शार्ट कट नहीं होता । इसके लिए कठोर परिश्रम और लगन जरूरी है। मन लगाकर पढ़ाई करने और लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ाने से सफलता निश्चित है।
सफलता के लिए धैर्य जरूरी : मधु गबेल
सफलता के लिए धैर्य जरूरी : मधु गबेल
जांजगीर – चांपा । सफलता के लिए धैर्य और कठोर परिश्रम की आवश्यकता है। साथ ही हमें क्या पढ़ना है इसके लिए गंभीर होकर विषय वस्तु का चयन करना चाहिए । ये बातें राज्य लोक सेवा आयोग में सातवें रैंक पर डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित मधु गबेल ने कही। उनका कहना है कि कितने घंटे पढ़ें यह महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि एकाग्रचित्त होकर पढ़ना ज्यादा जरूरी है। मधु गबेल सक्ती जिले के मालखरौदा ब्लाक के ग्राम दर्राभांठा निवासी कांग्रेस नेत्री रश्मि गबेल व नारायण गबेल की पुत्री हैं। वर्तमान में वे तहसीलदार के पद पर जांजगीर के नजूल शाखा में पदस्थ हैं। मधु की प्रारंभिक शिक्षा नवोदय मल्हार में हुई है। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2013 में एनआईटी रायपुर से बी -टेक की परीक्षा आईटी ब्रांच में उत्तीर्ण की।
इसके बाद एक साल दिल्ली में रहकर कोचिंग की। फिर वापस आकर पीएससी की तैयारी में लग गई। उन्होंने बताया कि अब तक उन्होंने सात बार पीएससी की परीक्षा दी है। जिसमें से तीन परीक्षा वन विभाग की थी। जिसे पीएससी ने ही आयोजित किया था। रेंजर के पद पर उनका चयन भी हुआ था। 2017 में नायब तहसीलदार के पद पर उनका चयन हुआ । वर्तमान में वे जांजगीर में नजूल शाखा में तहसीलदार के पद पर पदस्थ हैं। उन्होंने पीएससी की तैयारी कर रहे प्रतियोगियों को अपने संदेश में कहा कि सफलता के लिए धैर्य और परिश्रम जरूरी है। साथ ही अध्ययन सामग्री का चयन में भी बहुत सावधानी की आवश्यकता है। लक्ष्य निर्धारित कर परिश्रम करने से सफलता निश्चित है।
सारिका मित्तल के पीएससी टाप करने पर ननिहाल में हर्ष
सक्ती । छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा लोक सेवा द्वारा आयोजित परीक्षा में रायगढ़ के वृंदावन कालोनी निवासी समाजसेवी अशोक मित्तल एवं राधा मित्तल की बेटी सारिका मित्तल ने प्रथम प्रयास में ही पूरे प्रदेश में पीएससी की मेरिट सूची में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। सक्ती के प्रतिष्ठित खरकिया परिवार उनका ननिहाल है। वे जन सेवा समिति सक्ती के ट्रस्टी सदस्य गणेशराम अग्रवाल की नातिन है। श्री श्याम परिवार सक्ती के सदस्य संतोष अग्रवाल, विक्की अग्रवाल तथा राहुल अग्रवाल की भांजी है ।
सारिका मित्तल की इस सफलता पर जहां रायगढ़ वासियों में उत्साह है वहीं सक्ती में भी उनके ननिहाल के लोगों ने प्रसन्न्ता जताई है। सारिका मित्तल ने भी अपनी सफलता का श्रेय अपने स्वजन तथा गुरुजनों को दिया है। गणेशराम अग्रवाल ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। सारिका मित्तल के पीएससी टाप करने पर स्वयंसेवी, सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक संस्थाओं ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
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