रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है, जो खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. इस लड़ाई में कई देशों को नुकसान हो रहा है. यूक्रेन की राजधानी कीव में पिछले हफ्ते भारतीय दवा कंपनी के गोदाम पर मिसाइल अटैक हुआ था. इस हमले के बाद गोदाम में आग लग गई थी. हमले के पीछे रूस को माना जा रहा था, लेकिन रूस ने इन सभी दावों को खारिज कर दिया है. इस बारे में राजधानी दिल्ली स्थित रूस एंबेसी की तरफ ये आधिकारिक बयान जारी किया गया है.
नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास ने कहा कि भारत में यूक्रेन के दूतावास की तरफ से लगाए गए आरोपों के जवाब में नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने बताया कि रूसी सशस्त्र बलों ने 12 अप्रैल, 2025 को कीव के पूर्वी हिस्से में कुसुम हेल्थकेयर के फार्मेसी गोदाम पर हमला नहीं किया था या हमला करने की योजना नहीं बनाई थी.
रूस ने आरोपों पर रखा अपना पक्ष
यूक्रेन की राजधानी कीव में कुसुम हेल्थकेयर के गोदाम पर मिसाइल हमले के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. भारत में रूसी दूतावास ने यूक्रेन के आरोपों को “फर्जी खबर” बताकर खारिज कर दिया है. रूस ने इस हमले को लेकर यूक्रेन की रक्षा प्रणालियों पर कई तरह के आरोप लगाए हैं.
दूतावास ने बताया कि टेजिक बॉम्बर, यूएवी स्ट्राइक यूनिट और मिसाइल रेजीमेंट ने यूक्रेनी सैन्य औद्योगिक परिसर के एक एयरक्राप्ट प्लांट को निशाना बनाया गया था. इसके अलावा उसी दिन एक मिलिट्री एयरफील्ड के बुनियादी ढांचे और एक अलग स्थान पर असेंबली वर्कशॉप को निशाना बनाया था. स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन के दौरान रूसी सशस्त्र बलों ने कभी भी नागरिक सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया.
मॉस्को की एक रिपोर्ट के अनुसार यह एक यूक्रेनी मिसाइल थी जो मिसफ़ायर हो गई, ऐसा इसलिए क्योंकि इस तरह की घटनाएं पहली भी हुईं हैं. जब मिस फायर हुए हों.
मिसाइल या ड्रोन अटैक?
कुसुम फार्मा यूक्रेन की सबसे बड़ी फार्मा कंपनियों में से एक है. जहां कई तरह की दवाइयां बनाई जाती हैं. मिसाइल हमले को कई रिपोर्ट ड्रोन अटैक भी बता रही हैं. हालांकि इसको लेकर अब तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आ पाई है. इस हमले में कंपनी जलकर खाक हो गई है. हालांकि इस हमले में किसी भी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन इस हमले ने भारत-रूस और यूक्रेन के बीच टेंशन पैदा कर दी है.
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