ग्वालियर। 28 अगस्त को ग्वालियर में होने जा रही रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में ग्वालियर चंबल अंचल फोकस में रहेगा। अंचल के उत्पादों से लेकर यहां निवेश की संभावनाओं को निवेशक नजदीक से जानेंगे। अंचल के लिए यह बड़ा मौका साबित हो सकता है, जब देश-दुनिया के निवेशकों के सामने यहां के अवसरों को सामने रखा जाएगा। भारतीय उद्योग परिसंघ इस रीजनल इंडस्ट्रीज कान्क्लेव में नेशनल पार्टनर के रूप में भूमिका निभा रहा है।
बता दें कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के उदघाटन सत्र में देशी-विदेशी प्रतिनिधियों सहित लगभग एक हजार औद्योगिक प्रतिनिधि व विशिष्ठ व्यक्ति शामिल होंगे। कॉन्क्लेव में होने जा रही वायर-सेलर मीट में लगभग तीन हजार स्थानीय उद्यमी भाग लेंगे। कॉन्क्लेव की प्रदर्शनी में 42 स्टॉल लगेंगे। औद्योगिक प्रतिनिधियों की निवेश को लेकर वन टू वन मीट भी होगी। इसके अलावा विभिन्न औद्योगिक सेक्टर पर लगभग आधा दर्जन सत्र भी होंगे।
रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में बड़े मुख्य निवेशकों के लिए 150 गोल्डन पास जारी किए जाएंगे। कान्क्लेव में यह आगे प्रथम पंक्ति में रहेंगे जो मुख्यमंत्री के साथ संवाद भी करेंगे। इसके साथ ही आयोजन स्थल पर मुख्य गेट से लाने ले जाने के लिए ई-गोल्फ कार्ट भी मंगवाई जा रही हैं। 27 अगस्त की दोपहर से उद्यमियों का आगमन शुरू हो जाएगा जिनके लिए लग्जरी बसेस लगाई जा रहीं हैं।
आज से कार्रवाई: हाथ ठेले-हाकर्स हटेंगे, गडढे भी भरे जाएंगे
रीजनल कान्क्लेव के चलते एक 20 अगस्त से शहर के मुख्य मार्गाें पर ट्रैफिक को बेहतर किया जाएगा, व्यवसथा ऐसी की जाएगी कि वाहनों के निकलने के दौरान जाम न लगे। शहर के ऐसे रूट जहां पर ठेलों व हाकर्स के कारण अतिक्रमण रहता है वहां कार्रवाई की जाएगी। ठेलों को हाकर्स जोन भेजा जाएगा।
रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में भारतीय उद्योग परिसंघ नेशनल पार्टनर है, इसको लेकर तैयारियां जारी हैं। ग्वालियर चंबल को लेकर भी कान्क्लेव में पूरा फोकस रहेगा जिससे अंचल केा इस आयोजन का पूरा लाभ मिल सके। इस आयोजन को बेहतर व सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास अलग अलग स्तर पर जारी हैं।
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