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शेखापुर स्कूल का 12वीं का परीक्षा परिणाम शून्य, कई छात्रों का 40 प्रतिशत से भी नीचे

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बुरहानपुर। हाल ही में माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा घोषित किए गए दसवीं और बारहवीं के परीक्षा परिणामों में जिले के कई स्कूलों का प्रदर्शन निराशजनक रहा है। संभवत: ऐसा पहली बार हुआ है जब जिले के किसी स्कूल का परीक्षा परिणाम शून्य आया है। हायर सेकंडरी स्कूल शेखापुर के कक्षा बारहवीं के 26 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इनमें से एक भी विद्यार्थी पास नहीं हुआ है। छह विद्यार्थियों की सप्लीमेंट्री आई है, जबकि 20 विद्यार्थी फेल हो गए हैं।

इसके अलावा करीब आधा दर्जन स्कूल ऐसे हैं, जिनका परीक्षा परिणाम चालीस प्रतिशत से कम रहा है। इनमें सबसे खराब प्रदर्शन बोरीबुजुर्ग और निंबोला स्कूल का रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी संतोष सिंह सोलंकी का कहना है कि शून्य परिणाम वाले प्राचार्य की वेतन वृद्धि रोकी जाएगी, जबकि शिक्षकों पर कार्रवाई का निर्णय कलेक्टर भव्या मित्तल समीक्षा के बाद करेंगी।

बारहवीं के खराब और बेहतर परिणाम वाले स्कूल

बारहवीं कक्षा में शेखापुर के बाद बोरीबुजुर्ग का परीक्षा परिणाम सबसे खराब 11.66 प्रतिशत रहा है। यहां 223 विद्यार्थी थे, इनमें से 19 की सप्लीमेंट्री आई है जबकि 178 फेल हुए हैं। स्कूल के केवल 26 विद्यार्थी ही पास हुए हैं। इसी तरह निंबोला स्कूल के 56 में से 13 विद्यार्थियों की सप्लीमेंट्री आई है और 28 फेल हुए हैं। केवल 15 विद्यार्थी पास हुए हैं, जिनका परीक्षा परिणाम 26.79 प्रतिशत रहा है।

इसी तरह नाचनखेड़ा के 15 में से पांच, शाहपुर कन्या शला के 22 में से आठ और उर्दू स्कूल इच्छापुर के 16 में से छह विद्यार्थी ही पास हुए हैं। बोदरली स्कूल का परीक्षा परिणाम सबसे उत्कृष्ट 96.15 प्रतिशत रहा है। यहां के 52 विद्यार्थियों में से 50 पास हुए हैं। दूसरे क्रम में चापोरा स्कूल रहा है। यहां के 29 में से 27 विद्यार्थी और सुभाष उत्कृष्ट स्कूल के 96 में से 89 विद्यार्थी पास हुए हैं। इसका परीक्षा परिणाम 92.7 प्रतिशत रहा है।

दसवीं में कमजोर रहे स्कूलों की संख्या अधिक

दसवीं कक्षा में सबसे खराब परीक्षा परिणाम 6.67 प्रतिशत हाईस्कूल झांझर का रहा हैं यहां के 15 विद्यार्थियों में से केवल एक विद्यार्थी पास हुआ है, जबकि ती की सप्लीमेंट्री आई है और 11 फेल हो गए हैं। दूसरे क्रम में 7.69 प्रतिशत परिणाम के साथ खकनार स्कूल रहा है। यहां के 13 में से एक विद्यार्थी पास हुआ है, जबकि तीन की सप्लीमेंट्री आई है और नौ फेल हो गए हैं।

तीसरा खामला का स्कूल है, जहां का परीक्षा परिणाम 9.9 प्रतिशत रहा है। यहां के 11 में से एक विद्यार्थी की सप्लीमेंट्री आई है और नौ फेल हुए हैं। इसके अलावा हाईस्कूल शेखापुर, पीपलपानी, मांजरोद खुर्द, चाकबारा, सुभाष हाईस्कूल, हसनपुरा, मोहद, निंबोला, बोरीबुजुर्ग और अंबा का परीक्षा परिणाम भी 15 से 37 प्रतिशत के बीच रहा है।

दो स्कूलों का शत प्रतिशत रहा परिणाम

दसवीं कक्षा में जिले के दो स्कूलों का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत भी रहा है। इनमें उर्दू शाला शाहपुर और शेखपुरा शामिल हैं। दोनों स्कूलों में क्रमश: चार और 38 विद्यार्थी थे और सभी पास हुए हैं। इसके अलावा सुभाष उत्कृष्ट स्कूल के 20 में से 19 विद्यार्थी पास हुए हैं। नावरा स्कूल के 78 में से 72 और इच्छापुर स्कूल के 51 में से 47 विद्यार्थी पास हुए हैं। दोनों को परीक्षा परिणाम 92 प्रतिशत से ज्यादा रहा है।

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