Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
शहर में इस काम लगा पूरी तरह बैन, धारा लागू लुटेरों का आतंक, दिनदहाड़े प्रवासी मजदूरों पर की फायरिंग, इलाके में दहशत Punjab में पुलिस व गैंग*स्टरों में Encounter, चली ताबड़तोड़ गोलियां, इलाके में दहशत... शहर में सरेआम चल रहा ये धंधा, प्रशासन पर उठ रहे सवाल डिलीवरी के दौरान मां और बच्चे की मौत, परिजनों ने घेरा अस्पताल, भारी हंगामा पंजाब में क्रिकेट सट्टेबाजों का बोलबाला, पैसों के चक्कर में कहीं Firing तो कहीं .... पंजाब की केन्द्रीय जेल में बड़ी सेंध, सवालों के घेरे में अधिकारी, चैकिंग दौरान बरामद हुए ... सैनिकों पर फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा, जान आप भी रह जाएंगे हैरान पंजाब के इस इलाके में माहौल तनावपूर्ण, कार्रवाई करने पहुंची Police पर जानलेवा हमला कांग्रेस का बड़ा Action, इस नेता को AICC के सैक्रेटरी पद से हटाया

गुरु पुष्य नक्षत्र में जरूर करें ये खास उपाय, हर मनोकामना होगी पूरी

12

इंदौर।  ज्योतिष शास्त्र में गुरु पुष्य नक्षत्र को शुभ माना जाता है। इस महीने 29 दिसंबर को साल का आखिरी गुरु पुष्य योग बनेगा। कहा जाता है कि इस शुभ दिन पर लोग विशेष रूप से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं। साथ ही इस दिन कई लोग खरीदारी और नए काम की शुरुआत करते हैं। आइए, जाने इस दौरान किए जाने वाले कौन-से उपाय शुभ फल देते हैं।

बेहद लाभकारी है गुरु पुष्य योग

  • इस दिन कोई भी धार्मिक और आध्यात्मिक कार्य शुरू कर सकते हैं।
  • इस दिन आप कोई नया वाहन खरीद सकते हैं।
  • इस शुभ दिन पर सोना और अन्य आभूषण खरीदना लाभकारी माना जाता है।
  • गुरु पुष्य योग में नया व्यवसाय शुरू करना शुभ होता है।
  • इस दिन जमीन, संपत्ति और मकान खरीदना भी शुभ माना जाता है।
  • यह दिन गृह प्रवेश के लिए भी उत्तम माना जाता है।

गुरु पुष्य योग पर करें ये उपाय

  • इस नक्षत्र में पीला नीलम धारण करना उत्तम माना जाता है।
  • इस दिन सत्यनारायण पूजा और हवन करना चाहिए।
  • इस खास दिन पर लोग श्री यंत्र पूजा और लक्ष्मी पूजा भी करते हैं।
  • इस दिन मंदिर में जाकर केले के नीचे जल, चने की दाल और गुड़ चढ़ाना चाहिए।

गुरु पुष्य योग पर करें इन मंत्रों का जाप

ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:।

लक्ष्मी नारायण नम:।

पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्।

ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.