उज्जैन। नर्मदा एक्सप्रेस में मिली 15 दिन की नवजात बच्ची को उसके मां-बाप ने ही ट्रेन में छोड़ा था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया था, जहां से दोनों को जमानत पर छोड़ दिया गया। पुलिस अब बच्ची व मां-बाप का डीएनए टेस्ट करवाएगी।
आरोपित के स्वजन का कहना है कि वह बच्ची को पालने के लिए तैयार हैं। हालांकि, बाल कल्याण समिति बच्ची के बारे में निर्णय लेगी। रविवार को ट्रेन क्रमांक 18233 नर्मदा एक्सप्रेस में एक महिला ने 15 दिन की नवजात बच्ची को कोच नंबर एस 8 में सीट नंबर 56 पर छोड दिया था। ट्रेन उज्जैन से निकलने के बाद जब वह महिला वापस नहीं आई तो यात्रियों ने रेलवे हेल्पलाइन नंबर 182 पर शिकायत की थी।
बच्ची के मामले में बाल कल्याण समिति लेगी निर्णय
जीआरपी ने बालिका को भोपाल स्टेशन पर उतारा था। मेडिकल के बाद उसे भोपाल में ही मातृ छाया को सौंप दिया था। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर जीआरपी ने बच्ची को छोड़ने वाली महिला व उसके पति को इंदौर के कुशवाह नगर से गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस का कहना है कि बच्ची के मामले में बाल कल्याण समिति निर्णय लेगी। बच्ची व उसके मां-बाप का डीएनए टेस्ट भी करवाया जाएगा।
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