इंदौर। रोशनी का त्योहार दिवाली हर साल कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है। इस साल दिवाली 12 नवंबर को है। इस तिथि पर धन की देवी मां लक्ष्मी और सुख-समृद्धि दाता भगवान गणेश की पूजा की जाती है। मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने से भक्त के जीवन में चल रही सभी आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं। धनतेरस और दिवाली की तिथियों पर खरीदारी की जाती है। इस साल धनतेरस 10 नवंबर को है। पंडित आशीष शर्मा के मुताबिक, दिवाली से पहले खरीदारी के लिए बहुत ही दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस योग में खरीदारी करने से साधक को मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 2.44 बजे शुरू होगी और अगले दिन 13 नवंबर को दोपहर 2.56 बजे समाप्त होगी।
महामुहूर्त
ज्योतिषियों के अनुसार, दिवाली से पहले कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी और नवमी तिथि पर पुष्य नक्षत्र का बहुत ही दुर्लभ शुभ मुहूर्त बन रहा है। इस योग में खरीदारी करने से अनंत फल मिलता है। खरीदारी के लिए पुष्य नक्षत्र सबसे सर्वोत्तम माना जाता है।
कब रहेगा पुष्य नक्षत्र?
पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को सुबह 7.57 बजे पुष्य नक्षत्र शुरू हो रहा है, जो अगले दिन यानी 5 नवंबर को सुबह 10.29 बजे तक रहेगा। इस अवधि में आप दिवाली के लिए खरीदारी करने जा सकते हैं। मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए 4 और 5 नवंबर को दिवाली से जुड़ी खरीदारी कर सकते हैं।
सर्वार्थ सिद्धि योग
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इस योग का निर्माण प्रातः 06:36 से सुबह 10:29 तक है। इस योग में शुभ कार्य किए जा सकते हैं। इस समय किए गए शुभ कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
डिसक्लेमर
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