भोपाल। मध्यप्रदेश में राजधानी भोपाल और अन्य जिलों में प्याज के दाम 50 रुपए किलो से ऊपर पहुंच गए हैं। यहां प्याज के दाम तब बढ़े हैं, जब पूरे प्रदेश में विधानसभा चुनाव का माहौल है। इसके साथ ही दीपावली जैसा बड़ा पर्व भी पास में ही है। ऐसे में, लोगों की रसोई से प्याज दूर न हो, इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ लिमिटेड (नाफेड) ने अपना भंडार खोल दिया है।
अब नाफेड 25 रुपए प्रति किलो की दर से प्याज बेच रहा है। नाफेड भोपाल जिले में चार वाहनों से अलग-अलग स्थानों पर प्याज बेच रहा है। वाहनों से प्याज खरीदने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। ये वाहन वृंदावन नगर कालोनी अयोध्या बायपास, अयोध्यानगर, मिनाल, पिपलानी, गांधी मार्केट, नेहरू नगर, भेल बाजार, नूतन कालेज, टीटीनगर सहित अन्य क्षेत्रों में प्याज बेच रहे हैं। फिलहाल वाहनों से एक व्यक्ति को एक बार में दो किलो प्याज दिया जा रहा है।
यदि किसी को ज्यादा प्याज लेना हो तो उसे दोबारा कतार में लगना पड़ रहा है। नाफेड इंदौर में भी तीन वाहनों से प्याज बेच रहा है। नाफेड के ट्रक प्याज लेकर इंदौर और भोपाल की मंडियों में भी पहुंच रहे हैं। कोशिश की जा रही है मंडी सहित बाजार में प्याज के दाम जल्दी कम हो जाएं।
बताया जा रहा है कि एक सप्ताह में नाफेड जबलपुर, ग्वालियर, सागर और मुरैना में भी प्याज की बिक्री शुरू करेगा। धीरे-धीरे सभी प्रक्रिया सभी जिलों में शुरू कर दी जाएगी। भोपाल में हर दिन चार से पांच टन प्याज की खपत है। वहीं, इंदौर में लगभग तीन से चार टन खपत है।
नाफेड अब जल्द वाहनों की संख्या भी बढ़ाएगा। नाफेड ने प्याज के वाहन को बुलाने के लिए मोबाइल नंबर 8962109595 भी जारी कर दिया है। नाफेड के पास डेढ़ लाख टन प्याज का भंडार नाफेड 25 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज उपलब्ध कराता रहेगा।
बताया जा रहा है कि नाफेड के पास अभी डेढ़ लाख टन प्याज का भंडार है। मध्यप्रदेश में ही 750 टन प्याज नाफेड का रखा हुआ है। अभी इसी को बेचा जा रहा है। नाफेड नासिक से सीधे प्याज खरीदकर भी लोगों को कम दाम पर उपलब्ध कराएगा।
हमारे पास डेढ़ लाख टन प्याज का भंडार है। मध्यप्रदेश में ही 750 टन प्याज रखा हुआ है। बाजार में प्याज के दाम बढ़ते ही भारत सरकार के निर्देश पर 25 रुपये किलो में यह लोगों को बेची जा रही है। भोपाल और इंदौर के साथ अब अन्य प्रमुख जिलों में भी प्याज की बिक्री शुरू होगी। यह तब तक बेची जाएगी, जब तक दाम सामान्य नहीं हो जाते।
-अमित तनेजा, राज्य प्रमुख, नाफेड
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.