मध्यप्रदेश का 55वां जिला पांढुर्णा पहुंचे मुख्यमंत्री, बोले- कमलनाथ ने यहां के लोगों के साथ नहीं किया न्याय
छिंदवाड़ा। मेरे दिल की इच्छा थी कि पांढुर्णा जिला बने यही वजह है कि अब ये सपना सच हो गया है। मैं नए कलेक्टर और एसपी को लेकर आया हूं उक्त उदगार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांढुर्णा में कलेक्ट्रेट भवन के लोकार्पण के दौरान व्यक्त किए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांढुर्णा में शनिवार को कहा, ‘कमलनाथ ने कामठी जलाशय की योजना से पांढुर्णा को पानी नहीं पीने दिया। हम पानी की योजना को जल्द पूरा करेंगे। कमलनाथ ने पांढुर्णा, सौंसर के साथ न्याय नहीं किया। जितना अन्याय कमलनाथ ने किया, ब्याज सहित आपकी सेवा कर उस अन्याय को समाप्त शिवराज सिंह करेगा।’
जो वादा किया वह निभाया।
आपकी बहुत पुरानी मांग थी और दिल की इच्छा थी कि पांढुर्ना जिला बनना चाहिए।
अब आपकी यह मांग पूरी हो चुकी है: CM pic.twitter.com/Y7PYtkFGkv
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) October 7, 2023
जिला बनने के बाद पहली बार पांढुर्णा आए मुख्यमंत्री
सीएम ने ऐलान करते हुए कहा कि पांढुर्णा में संत जगनाडे जी महाराज की प्रतिमा लगाई जाएगी। पांढुर्णा जिला बनने के बाद मुख्यमंत्री पहली बार यहां आए। पांढुर्णा जिले के पहले कलेक्टर अजय देव शर्मा और एसपी राजेश कुमार त्रिपाठी ने पदभर भी ग्रहण किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अमरवाड़ा गोलीकांड में जान गंवाने वाले डॉक्टर दंपती की दोनों बेटियों को सहारा देने की बात कही। मंच पर उन्हें आशीर्वाद दिया। कहा कि दोनों बेटियों का मामा सहारा बनेगा।
पांढुर्णा प्रदेश का 55 वां जिला
पांढुर्णा प्रदेश का 55 वां जिला बन गया है और आज से अस्तित्व में आ जाएगा। नए जिले के साथ ही सबसे छोटे जिले का तमगा भी पांढुर्णा को मिला है। दरअसल इस जिले में महज चार थाने और तीन चौकी होंगी। छिंदवाड़ा से हटने के बाद पांढुर्णा जिले में लोधीखेड़ा, मोहगांव, सौंसर और पांढुर्णा थाने का समावेश है, जबकि पिपला नारायणवार, नांदनवाडी, बढचिचोली और हाईवे चौकी को भी वहीं शामिल किया गया है। इस जिले में दो अनुविभाग सौंसर और पांदुर्णा शामिल हैं, जो आज से पांढुर्णा जिले में शामिल रहेंगे।
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