लुधियाना : नौजवान युवकों के हुए डबल मर्डर ने एक बार फिर से शहर को हिला कर रख दिया है। लेकिन गनीमत यह रही कि डी.सी.पी. जसकिरणजीत सिंह तेजा की अगुवाई में पुलिस टीम ने 24 घंटों के अंदर केस हल कर दिया है। दरअसल, हत्या चार नहीं पांच लोगों ने की थी। जिनमें से चार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें भी एक नाबालिग है। लेकिन, पांचवें आरोपी के बारे में अभी पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। जबकि पकड़े गए आरोपियों से चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
पीड़ित परिवार ने बताया कि राहुल की फरवरी महीने में मुंडियां कलां की रहने वाली एक युवती के साथ मंगनी हुई थी। जबकि फरवरी 2024 में उनकी शादी थी। लड़की का पहले से ही एक युवक के साथ अफेयर चल रहा था। इंस्टाग्राम के माध्यम से राहुल को पता चल गया था कि उसकी मंगेतर की अमर यादव नाम के युवक के साथ दोस्ती थी। राहुल ने अमर से बात कर उसे साइड होने के लिए कहा था। मगर अमर उल्टा राहुल को धमका रहा था कि वह उससे दूर रहे। वह उसकी दोस्त है। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था। शुक्रवार को राहुल को अमर ने कॉल कर गैस्ट हाऊस में बुलाया था। मगर राहुल ने जाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद शनिवार को फिर अमर ने राहुल को कॉल कर कहा कि उसके पास लड़की की वीडियो पड़ी है, वह आकर देखकर जाए। फिर शनिवार रात को राहुल गुलशन के पास गया और गुलशन की एक्टिवा पर उसे साथ लेकर अमर गैस्ट हाऊस गया था। जहां अमर पहले से राहुल की ताक में अपने 4 साथियों के साथ बैठा था।
राहुल की हत्या के बाद गवाह ना बचे, इसलिए गुलशन को भी मार डाला
पुलिस का कहना है कि अमर यादव ने सिर्फ राहुल को मारना था। उन्होंने सभी ने मिलकर राहुल की तेजधार हथियार से हत्या कर दी थी। लेकिन गुलशन के सामने सब कुछ हुआ था। हत्या का कोई गवाह ना बचे इसलिए आरोपियों ने गुलशन को भी मार डाला। इसके बाद मौके से खून वगैरा साफ करने के बाद आरोपियों ने दोनों शवों को ठिकाने लगाने के लिए कंबल में लपेट दिया था।
बाइक व एक्टिवा पर लेकर गए थे शव
आरोपियों ने गुलशन की एक्टिवा और दोनों के मोबाइल लिए। फिर शनिवार की देर रात को ही बाइक और एक्टिवा पर शव रखकर भामियां कलां की तरफ ले गए थे। जहां गंदे नाले में उन्होंने दोनों शव फैंक दिए थे। फिर गुलशन की एक्टिवा को टिब्बा रोड स्थित कूड़े के डंप के पास छोड़ दिया था। जबकि मोबाइल अलग-अलग जगह फैंक दिए थे। ताकि उन पर कोई शक ना हो।
मोबाइल की मदद से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
गुलशन के पिता ने बताया कि गुलशन और राहुल के लापता होने के बाद उन्होंने ढूंढने का प्रयास किया। पहले उन्हें पता चला कि एक्टिवा टिब्बा इलाके में खड़ी है। वह तुरंत वहां पर पहुंचे जहां उन्हें एक्टिवा और गुलशन का मोबाइल मिला। इसके बाद वर्धमान कालोनी में से उन्हें राहुल का मोबाइल बरामद हुआ। इसके बाद वह पुलिस के पास गए। राहुल के मोबाइल पर लास्ट कॉल अमर की थी। जिसे पुलिस ने कॉल की तो उसने कहा कि वह रॉयल गैस्ट हाऊस से बोल रहा है। इसके बाद पुलिस ने वहां पहुंच कर अमर को पकड़ लिया और पूछताछ में उसने सारी सच्चाई उगल दी।
पंजाब पुलिस के डी.एस.पी. का है गैस्ट हाऊस
पता चला है कि रॉयल गैस्ट हाऊस पंजाब पुलिस के एक डी.एस.पी. रैंक के अधिकारी का है। जोकि पहले भी विवादों में रह चुका है। करीब एक साल पहले गैस्ट हाऊस में अवैध शराब का जखीरा भी मिला था। जहां तक कि आसपास के इलाके के लोगों का आरोप है कि यहां पर नाबालिग लड़कियों से गलत काम भी करवाया जाता है। पुलिस में शिकायत देने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। आरोपी अमर यादव गैस्ट हाऊस में काम करता था। इसलिए उसने राहुल को गैस्ट हाऊस बुलाया था। जहां उसने पहले ही उसकी हत्या की प्लानिंग बनाकर रखी हुई थी। लोगों का आरोप है कि पुलिस को चाहिए कि रॉयल गैस्ट हाऊस को सील कर देना चाहिए।
पुलिस कमिश्नर ने डी.सी.पी. तेजा को दी शाबाशी
पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि डी.सी.पी. जसकिरणजीत सिंह तेजा की अगुवाई में टीम ने बहुत ही अच्छा काम किया है। डबल मर्डर को मात्र 24 घंटों के अंदर-अंदर हल कर आरोपियों को पकड़ लिया है। सी.पी. का कहना है कि केस में अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को रिवार्ड भी दिया जाएगा।
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