चेन्नई। सनातन धर्म पर द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) नेता और तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान पर बवाल जारी है। ताजा खबर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से है। यहां हिंदूवादी संगठन जन जागरण समिति ने उदयनिधि को थप्पड़ मारने वाले को 10 लाख रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की है। शहर में कई स्थानों पर इसके पोस्टर लगाए गए हैं।
कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, इन्हें जड़ से मिटा देते हैं। ऐसे ही हमें सनातन को मिटाना है। सनातन का विरोध कर उसे ख़त्म करना चाहिए। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।
कौन हैं उदयनिधि स्टालिन
उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु में डीएमके पार्टी के नेता हैं। प्रदेश की डीएमके सरकार में इनके पिता एमके स्टालिन मुख्यमंत्री हैं। पिता ने बेटे को अपनी सरकार में युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री बनाया है।
सनातन का विरोध बना चुनावी मुद्दा
पूरे मामले पर राजनीति जारी है। कांग्रेस के नेता जहां उदयनिधि स्टालिन के समर्थन में खड़े नजर आ रहे हैं, वहीं भाजपा विरोध कर रही है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस का साथ हिंदू विरोधियों के साथ है।
कोर्ट तक पहुंचा मामला
उदयनिधि के साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और कर्नाटक में मंत्री प्रियांक खरगे के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर में केस दर्ज किया गया है। प्रियंका ने भी उदयनिधि के बयान का समर्थन किया था। इस तरह यह लड़ाई अब कोर्ट तक पहुंच चुकी है।
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