इटारसी। सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील इटारसी जंक्शन समेत समूचे जिले में संदिग्ध लोगों की घुसपैठ की शिकायत पर पुलिस सतर्क हो गई है। नर्मदापुरम विधायक डा. सीतासरन शर्मा ने पिछले दिनों इस मामले पर चिंता जताकर पुलिस अधीक्षक डा. गुरूकरन सिंह को पत्र लिखा था। विधायक की आशंका के मद्देनजर अब पुलिस महकमा सतर्क हुआ है। शुक्रवार को पुलिस टीम ने इटारसी के सारे होटल-लाज एवं खुले मैदानों में डेरा डालकर रहने वाले परिवारों के डेरे पहुंचकर इनका रिकार्ड खंगाला। जांच में कई जगह कुछ लोग संदिग्ध मिले तो इनके पहचान पत्र और आपराधिक रिकार्ड खंगालने के लिए थाने तलब किया गया। सत्ताधारी दल के वरिष्ठ विधायक के इस राजफाश के बाद से पुलिस की खुफिया एजेंसियों के कान भी खड़े हो गए हैं। असर के रूप में पुलिस अब संदिग्ध लोगों की तलाश में जुटी हुई है।
इसलिए संवेदनशील है जिला: देश के बड़े जंक्शन के रूप में इटारसी स्टेशन देश के चारों महानगरों को आपस में जोड़ता है। करीब 180 ट्रेनों के स्टापेज वाले शहर में रोजाना हजारों लोग मुसाफिर के रूप में यहां चढ़ते-उतरते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग से भी जिला सीधा जुड़ा हुआ है। पूर्व में यहां प्रतिबंधित संगठन सिमी और नापाक इरादे रखने वाले अपराधियों का मूवमेंट रहा है। बैंक डकैती मामले में यहां सिमी के गुर्गे पकड़े गए थे, इन लोगों ने लंबे समय तक शहर में रहकर रेकी की थी। विदेशी ड्रग्स की तस्करी करने वाली एक गैंग भी चलती ट्रेन से उतरकर यहां रूकी थी, इसके अलावा ऐसे कई घटनाक्रम हुए हैं, जिसमें संदिग्ध लोगों की संलिप्तता सामने आई है। जिले में सीपीई, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, एसपीएम, आयुध निर्माणी, तवा बांध, रेलवे समेत कई संवेदनशील इकाइयां हैं, जिनकी सुरक्षा में आसानी से बाहरी लोग सेंधमारी कर सकते हैं। कई बार इटारसी जंक्शन को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है, ऐसे में जीआरपी-आरपीएफ को भी मुस्तैद रहना होगा।
यह कहा है विधायक ने: पुलिस को लिखे पत्र में विधायक शर्मा ने कहा था कि उन्हें पुख्ता जानकारी मिली है कि नर्मदापुरम के दोनों प्रमुख शहरों में लंबे समय से कुछ बाहरी संदिग्ध लोगों का आना-जाना है, ये लोग बिना आधार और अन्य दस्तावेज यहां डेरा डाल रहे हैं। बिना पहचान पत्र यहां कारोबार कर रहे हैं। शर्मा ने संदेह जताया है कि पिछले दिनों करीब 35 लोग यहां आए, ओर दोनों शहरों में बट गए हैं। इन लोगों के बारे में किसी को कोई खबर नहीं है, अपने स्तर पर जुटाई जानकारी में इनके पास आधार या कोई भी पहचान पत्र नहीं है, ऐसे में ये लोग घुसपैठिए हो सकते हैं। शर्मा ने आरपीएफ, जीआरपी और पुलिस से सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने को भी कहा था। शर्मा ने बताया कि बाहरी लोग यहां महंगे किराए पर दुकान-गोदाम लेकर व्यापार करते हैं। उन्होंने विक्रय कर विभाग से इनके जीएसटी नंबर और कारोबार की जानकारी लेने को कहा है। इन कारोबारियों के पास अचानक इतनी पूंजी कहां से आ रही है, इनके मददगार कौंन-कौंन हैं, इसकी भी जांच होना चाहिए। जानकारी के मुताबिक शर्मा ने सात लोगों के नामों की सूची भी इटारसी पुलिस को सौंपी थी, जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई है। शर्मा ने आशंका जताई कि व्यापार की आड़ में बाहरी लोग यहां किसी अप्रिय वारदात को अंजाम दे सकते हैं, रैकी करने में इनकी भूमिका हो सकती है।
सेल का कारोबार बढ़ा: जानकारी के अनुसार नर्मदापुरम-इटारसी में अचानक सेल कारोबार बढ़ा है। इस कारोबार में बाहरी लोग शामिल हैं, ये लोग रातों-रात लाखों रुपये का निवेश कर महंगे किराए पर अपना कारोबार करते हैं, इनके कारोबार पर भी शर्मा ने संदेह जताया है। खुफिया एजेंसियों को पहले भी इस तरह के इनपुट मिले हैं कि ऐसे संदिग्धों के कुछ मददगार दोनों शहरों में हैं, खासतौर पर स्टेशन आउटर से लगा नाला मोहल्ला एवं कुछ अन्य इलाके पुलिस की नजर में हमेशा रहे हैं। एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि शहर में किराएदारों का रिकार्ड थाने में भेजना अनिवार्य किया गया है, सभी बीट प्रभारी इसकी निगरानी करेंगे।
लापरवाही न हो: जिले की आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा पुलिस का है, शांति का टापू कहे जाने वाले जिले में नापाक इरादे रखने वाले संदिग्ध लोगों की घुसपैठ न हो, यह सुनिश्चित कराना हमारी जिम्मेदारी है, हमें पता चला कि जिले में ऐसे लोगों की घुसपैठ बढ़ रही है, जो भविष्य में यहां की सुरक्षा में खतरा बन सकते हैं, पुलिस को मुस्तैद रहकर कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों से पत्राचार किया गया है, पुलिसिया कार्रवाई महज रस्म अदायगी न हो, बल्कि गंभीरता से पुलिस काम करे।
डा. सीतासरन शर्मा, विधायक।
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