इंदौर। भगवान श्रीकृष्ण की बात हो और बांसुरी का जिक्र न हो ऐसा संभव नहीं है,जब बात जन्माष्टमी की हो तो बांसुरी का सुर तो गूंजेगा ही..जी हां इंदौर में आरएसएस ने जन्माष्टमी के मौके पर खास पथ संचलन निकाला,जिसमें स्वयंसेवक बांसुरी बजाते हुए सड़क पर निकले और फिर गोपाल मंदिर पहुंच कर भगवान श्रीकृष्ण के समक्ष बांसुरी बजाकर वंदन किया गया। इंदौर में सोमवार सुबह फ़िज़ा में बांसुरी की गूंज थी शहर की सड़कों पर आरएसएस के स्वयंसेवक जब पथ संचलन कर रहे थे… तो उस समय कदमताल करने के साथ बांसुरी का वादन भी किया गया जा रहा था।
इस पथ संचलन में आरएसएस के कई नन्हें स्वयंसेवक भी शामिल हुए..जो बांसुरी की मधुर धुन छेड़ रहे थे संघ के अर्चना कार्यालय से शुरू हुआ,यह पथ संचलन शहर की कई सड़कों से गुजरते हुए… अतिप्राचीन गोपाल मंदिर पहुंचा। पथ संचलन के लिए आरएसएस की तरफ से खास तैयारियां की गई थी लंबे समय से चल रहे अभ्यास के बाद इन स्वयंसेवकों के लिए जन्माष्टमी परीक्षा की घड़ी थी।
इन्होंने पथ संचलन के दौरान सबसे पहले राजवाड़ा पर बांसुरी वादन किया और फिर गोपाल मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के दर पर पहुंचकर बांसुरी के जरिए उनका वंदन किया गया। बांसुरी पथ संचलन की यह परंपरा काफी पुरानी है..आरएसएस के द्वारा हर साल इस तरह जन्माष्टमी के मौके पर पथ संचलन निकाला जाता है… जो सबसे अलग होता है और इसके माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में अपने श्रद्धा सुमन अर्पित की जाती है।
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