केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से केंद्र की कांग्रेस सरकारों को कुशासन, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और परिवारवादी राजनीतिक का पर्याय बताया और कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को साथ लाने मे विफल रहा। एक साक्षात्कार में बंदरगाह, जहाजरानी, जलमार्ग और आयुष मंत्री सोनोवाल ने जोर देकर कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का 400 से अधिक लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए सकारात्मक काम के आधार पर व्यावहारिक रूप से संभव है।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान समाज के हर वर्ग, जैसे किसानों, छात्रों, चाय बागान श्रमिकों, महिलाओं, वृद्ध लोगों और दिव्यांगों के लिए गुणवत्तापूर्ण और एक विशिष्ट समय सीमा में कई विकासात्मक कार्यक्रम लागू किए हैं। सोनोवाल ने कहा, “उसकी वजह से, लोग सशक्त, प्रेरित और उत्साहित हुए। ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं थी, जबकि कांग्रेस 60 साल तक सत्ता में रही थी। उसका कुशासन, भ्रष्ट आचरण, भाई-भतीजावाद और पारिवारिक राजनीति के कारण लोग अपने उचित अधिकारों से वंचित थे।” सोनोवाल ने जोर देकर कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव मुख्य रूप से दो विशिष्ट मापदंडों पर लड़े जाएंगे – आर्थिक विकास प्रक्रिया की गति व पैमाने और विकास यात्रा।
इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के बारे में पूछे जाने पर राज्यसभा सदस्य ने कहा, “वे सभी विघटित हो गए हैं। कांग्रेस विपक्षी दलों को एकजुट करने में विफल रही है। हर राज्य में उनकी स्थिति देखी जा सकती है।” यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा के नेतृत्व वाले राजग का लोकसभा चुनाव में कम से कम 400 सीटें जीतने का लक्ष्य व्यावहारिक रूप से संभव है, इसपर सोनोवाल ने कहा, “हां, यह व्यावहारिक रूप से संभव है। पिछली बार, भाजपा के लिए यह आंकड़ा केवल 303 था और पहले कभी इसकी उम्मीद नहीं की गई थी। प्रधानमंत्री मोदी के प्रदर्शन, उनके दूरदर्शी नेतृत्व और सुशासन के कारण ऐसा हुआ।”
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.