Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
महाराष्ट्र में बदल सकती है राजनीति की दिशा, इन 7 कारणों से एक साथ नजर आ सकते हैं राज और उद्धव ठाकरे सीलमपुर हत्याकांड: बच कैसे गया था कुनाल! वो बात जिसके बाद लेडी डॉन जिकरा पर सवार हुआ हत्या का भूत वो आधी हिंदू, आधी मियां…नाम रखा जाए ममता बेगम… BJP नेता विनय कटियार का हमला 62 की उम्र में शादी, दूसरे ही दिन दुल्हन ने कर दिया कांड; डेढ़ महीने से चक्कर काट रहे बुजुर्ग J-K: किश्तवाड़ में धंसी जमीन; 22 परिवारों को किया गया शिफ्ट, क्या ये है भूस्खलन का जिम्मेदार? भाभी से पड़ोसी का चल रहा था अफेयर, देवर को पता चला तो प्रेमी ने लगा दिया ठिकाने हमें धोखे से जहर खिलाया… मौत से पहले दंपत्ति ने भेजा वॉयस मैसेज, हैरान कर देगा ये डबल मर्डर केस गाजियाबाद: नाबालिग से टीचर ने दो साल तक किया हैवानियत, प्रेग्नेंट हुई तो अबॉर्शन भी कराया; ऐसे हुआ ख... जिस प्यार के लिए कराया लिंग परिवर्तन, उसी ने किन्नर के लिए छोड़ दिया साथ; लड़का से लड़की बने सन्नी क... सास को लेकर घर पहुंचा राहुल, गांव वालों ने खदेड़ा; पिता बोले- यहां क्यों आए?

इंदौर के पश्चिमी रिंग रोड़ से प्रभावित किसान 26 दिसंबर को करेंगे महापंचायत, बैठकों का दौर जारी

11

इंदौर। पश्चिमी रिंग रोड जमीन अधिग्रहण को लेकर किसान लगातार विरोध कर रहे हैं। किसानों ने इसके लिए 26 दिसंबर को महापंचायत बुलाई है। किसान महापंचायत से पहले अलग-अलग गावों में जाकर बैठक कर रहे हैं। रविवार को विश्वनाथ धाम पर बैठक आयोजित हुई। इसमें सभी किसान नेताओं एवं पश्चिमी रिंग रोड के 39 गांव के किसानों ने भाग लिया एवं सभी ने एकमत से निर्णय लिया कि हम हमारी जमीन पश्चिम में रिंग रोड में नहीं देंगे।

26 दिसंबर को होने वाली महापंचायत की तैयारी में पूरी ताकत से किसान जूट हैं। किसान नेता हंसराज मंडलोई ने बताया कि पश्चिमी रिंग रोड के प्रभावित किसानों की बैठक विश्वनाथ धाम धर्मपुरी पर संपन्न हुई। जिसमें 39 गांव के किसानों ने भाग लिया एवं सभी ने एकमत से निर्णय लिया कि हम हमारी जमीन पश्चिम में रिंग रोड में नहीं देंगे।

इसके साथ में ही बुधनी इंदौर रेलवे लाइन के भी प्रभावित किसानों ने भी इसी मांग का समर्थन किया। साथ में इंदौर जिले में जितनी भी योजनाएं चल रही है, उनके प्रभावित किसानों को भी साथ में लेकर बड़े आंदोलन की योजना बनाई गई।

मंडलोई का कहना है कि किसानों ने सामूहिक निर्णय लिया कि पहले तो हम हमारी जमीन देने को तैयार नहीं है। जमीन हमारे बाप दादा की हैं, सरकार कौन होती है उसके बारे में निर्णय लेने वाली। किसानों ने कहा की हमारी जमीन में कहीं ग्रीन बेल्ट डाल दिया जाता है, तो कहीं पर विकास प्राधिकरण हमारी जमीन हमारी मर्जी के बगैर अधिग्रहित कर लेता है।

उनमें तरह-तरह की स्कीम डाल दी जाती हैं,जो की सरासर गलत है। 26 दिसंबर वार मंगलवार समय 11 बजे ग्राम सेमलिया चाऊ मैं होने वाली महापंचायत को सफल बनाने की अपील की है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.