भोपाल । मप्र में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले शिवराज सरकार ने अपनी घोषणा को पूरा करते हुए दो नए जिले पांढुर्णा और मैहर का गठन कर दिया। बुधवार देर रात निर्णय होने के बाद गुरुवार को सुबह अधिसूचना भी जारी कर दी।इससे दोनों जिले अस्तित्व में आ गए। अब प्रदेश में 55 जिले हो गए हैं।
नागदा पर अंतिम निर्णय बाकी
नागदा को जिला बनाने की प्रारंभिक अधिसूचना जारी हो चुकी है लेकिन अंतिम निर्णय होना बाकी है। पांढुर्णा और मैहर में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की पदस्थापना आज-कल में हो सकती है।
पांढुर्णा और मैहर जिले के गठन को शिवराज सरकार को बड़ा सियासी कदम माना जा रहा है। छिंदवाड़ा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ का गढ़ है और जिले की सभी सात विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है।
केवल छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस के पास
29 लोकसभा सीटों में से केवल छिंदवाड़ा ही कांग्रेस के पास है और कमल नाथ के पुत्र नकुल नाथ सांसद हैं। नगर निगम और जिला पंचायत अध्यक्ष भी कांग्रेस से हैं। भाजपा कांग्रेस के इस गढ़ को भेदने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। इसी कड़ी में छिंदवाड़ा जिले को विभाजित कर पांढुर्णा जिला बनाया गया है। इसकी मांग लंबे समय से की जा रही थी। जिला मुख्यालय पांढुर्णा रहेगा।
इसमें पांढुर्णा तहसील के 74 पटवारी हलके और सौंसर तहसील के 63 पटवारी हलके शामिल होंगे। छिंदवाड़ा में अमरवाड़ा, उमरेठ, चांद, चौरई, छिंदवाड़ा, छिंदवाड़ा नगर, जुन्नारदेव, तामिया, परासिया, मोहखेड़, बिछुआ और हर्रई के सभी पटवारी हलके आएंगे।
विंध्य में प्रदर्शन सुधारने का प्रयास
विंध्य क्षेत्र में मऊगंज के बाद सरकार ने मैहर जिला गठित किया है। विंध्य में भाजपा ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 23 सीटें जीती थीं। कांग्रेस यहां अपना प्रदर्शन सुधारने के लिए बीते तीन वर्ष से प्रयास कर रही है।
श्रीकांत चतुर्वेदी को दिया टिकट
मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी हैं, जिनका टिकट काटकर श्रीकांत चतुर्वेदी को प्रत्याशी बनाया है। सतना से सांसद गणेश सिंह को भी विधानसभा चुनाव में उतारा गया है। दरअसल, त्रिपाठी ने अपनी अलग पार्टी बनाकर विंध्य की सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर चुके हैं।
मैहर के बहाने बड़ा दांव
इससे पार्टी की संभावनाओं पर कोई असर न पड़े, इसलिए मैहर को जिला बनाकर बड़ा दांव खेला गया है। जिला मुख्यालय मैहर होगा। इसमें मैहर तहसील के 122, अमरपाटन के 53 और रामनगर तहसील के 53 पटवारी हलके शामिल होंगे। सतना में अब रघुराजनगर, कोठी, मझगवां, नागौद, उचेहरा, रामपुर बाघेलान, बिरसिंहपुर और कोटर तहसील के सभी पटवारी हलके आएंगे।
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