वाशिंगटन। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिका सहित कई देश दोनों देशों के बीच बिगड़े रिश्ते पर निगाह बनाए हुए हैं। कनाड़ा अमेरिका का पड़ोसी है वहीं भारत से भी वो रिश्ते लगातार बनाए रखना चाहता है। कनाडा के सरे में आतंकी निज्जर की 18 सितंबर के दिन दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
अमेरिका ने दी थी खुफिया जानकारी, लेकिन कनाडा कुछ और समझ बैठा
अमेरिका के न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा को अमेरिका ने कुछ खुफिया जानकारियां दी थी। पर कनाडा इसे कुछ और ही समझ बैठा। इसके बाद ही पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत के एजेंट्स पर निज्जर की हत्या करने का आरोप लगाया दिया था।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन कनाडा द्वारा की जा रही जांच में भारत से सहयोग करने की अपील कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इस बात का भी डर है कि कहीं कनाडा की वजह से अमेरिका और भारत के रिश्ते ना बिगड़ जाएं।
ट्रूडो को फाइव आइज द्वारा दी गई जानकारी पर भरोसा
कनाडा में अमेरिका के राजदूत डेविड कोहेन का कहना है कि कनाडा ने फाइव आइज द्वारा दी गई जानकारी पर भरोसा करते हुए भारत के खिलाफ निज्जर की हत्या का आरोप लगाया है। फाइव आइज ग्रुप में अमेरिका, यूके, आस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड शामिल है। यह देश आपस में खुफिया जानकारियां साझा करते हैं।
अमेरिकी एजेंसी के पास थी निज्जर की हत्या की जानकारी
अमेरिकी एजेंसी को निज्जर की हत्या से पहले कनाडा के अधिकारियों को उसकी जान पर खतरा होने की जानकारी साझा की थी। इसके साथ ही निज्जर को गुरुद्वारे ना जाने की सलाह भी दी गई थी। अमेरिका के पास उसकी हत्या की साजिश की अग्रिम जानकारी भी थी।
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