रीवा। शहर में एक कुत्ते की मौत से हड़कंप मच गया है। भारी विरोध के बाद बिछिया पुलिस ने कब्र से कुत्ते के शव को निकलवाया है। इसके बाद पीएम कराते हुए विधि अनुसार कार्रवाई की बात कही है। पुलिस ने बताया है कि गत 15 सितंबर को अधिवक्ता के के सिंह के घर वाले कुठुलिया स्थित वेटरनरी हॉस्पिटल नसबंदी कराने गए। वहां वरिष्ठ चिकित्सकों की जगह जूनियर डॉक्टरों ने एनेस्थीसिया का इंजेक्शन दे दिया। जिससे पामेरियन ब्रीड डॉग की मौत हो गई।
चिकित्सकों ने ब्लड की कमी होने का हवाला देकर पल्ला झाड़ा
परिजनों ने विरोध किया तो चिकित्सकों ने ब्लड की कमी होने का हवाला देकर पल्ला झाड़ दिया। जबकि गत 13 सितंबर को हुई जांच में कुत्ते का ब्लड सही था। ऐसे में परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। कुत्ते की मौत के बाद भारी संख्या में कोर्ट से वकील वेटरनरी हॉस्पिटल गए। उन्होंने मौत का कारण जानने के लिए पोस्ट मार्टम की मांग की।
देर शाम मना कर कहा कि जो करना है करलो, कुछ नहीं होगा
पहले तो चिकित्सकों ने पीएम कराने का आश्वासन दिया। कहा कि टीम गठित हो गई है। फिर देर शाम मना कर दिया। कहा कि जो करना है करलो। कुछ नहीं होगा। ऐसे में पुलिस को सूचना दी गई। अंत में अपने फार्म हाउस में डॉग का दफन करा दिया। शिकायत को पुलिस ने 17 सितंबर की सुबह संज्ञान लिया। इसके बाद कब्र से कुत्ते के शव को बाहर निकलवाया है। दोबारा बिछिया पुलिस परिजनों को साथ लेकर कुठुलिया वेटरनरी हॉस्पिटल लेकर गई है। जहां कुत्ते का पीएम कराते हुए शव को फ्रीजर में रखवा दिया है।
तो होगी कार्रवाई…
एएसपी अनिल सोनकर ने बताया कि कुत्ते की मौत पर अधिवक्ता केके सिंह शिकायत लेकर आए है। उन्होंने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पीएम करा दिया गया है। अब पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार है। जिसके बाद आगे एक्शन लिया जाएगा। इधर कुत्ते की माैत पर मचे बवाल को लेकर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। दावा किया जा रहा है कि अधिवक्ता पत्नी को कई वर्षों पहले 14 अप्रैल को जन्मदिन के उपलक्ष्य में बेटी ने गिफ्ट में दिया था।
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